Thursday, November 20, 2008

जुलुस और पिता पुत्र

श्री गणेश विसर्जन के जुलुस में ,
मूंगफली के ठेले के सामने चार मित्रो के साँथ ,
मूंगफली चबाते हुए एक नवजवान पुत्र से ,
उसके पिता जा टकराए !
पिताजी चिलम में टुन्न थे पुत्र जी टनाटन बोतल बंद !

पिताजी ने जैसे ही पुत्र को पहिचाना ,
सर से पैर तक म प्र शाशन की बस की तरह भनभनाये !
और उसके रेडियेटर के पानी की तरह खद्खदाते हुए उबल पड़े !
और भन भनाते हुए बड़ बडाये !
क्यो तुझे ना तेरे सम्मान की चिंता है न मेरे सम्मान की ,
जो खुलेआम शराब पीकर आवारा गर्दी करता है !

सम्मानीय पिताजी मैने तो छुपकर पी थी !
आपको कैसे दिख गयी , खुलेआम तो आपने कर दी !

तुझे थोड़ी बहुत शर्म भी आती है बेशर्म !

शर्म तो आती है पिताजी इस लिए ही तो पी है !
ताकि बेशर्म हो जाए जी में आए वो कर पाए !
मौज मस्ती मनाये इंजॉय माय फादर एन्जॉय !!

अरे पिताजी आप ही शरमा जाते !
चुप चाप मेरे बाजु से निकल जाते !
मुझे नजरअंदाज कर जाते !

अरे मुर्ख मेरा तो शर्म से माथा झुका जा रहा है !
तुझे पैदा करके ही पछता रहा हूँ !
बेवकूफ निकम्मे शराब भी कोई पीने की चीज है !!

आदरणीय पिताजी में आपके लायक नही था तो मुझे इस जमीन पे क्यो लाये ?
और शराब पीने के लिए नही है तो हमारी सरकार ने ,
शहर शहर गाँव गाँव गली मोह्हले में शराबखाने क्यो खुलवाये ?

अरे उल्लू मुह्जोरी करता है न पड़ता लिखता है आवारा गर्दी !
दो साल में पाचवी तीन साल में आठवी ,
दो साल से दसवी में फेल हो रहा है क्या पंचवर्षीय योजना बनाएगा ?
लगता है इस साल तो पास नही हो पायेगा !

पिताजी में इस मामले में सरकार की मदद कर रहा हूँ !
अगर में हर वर्ष पास हो गया होता तो में भी पोस्ट ग्रेजवेट ,
बेरोजगार होता और सरकार की चिंता बड़ जाती !
एक बेरोजगार को रोजगार देने की ,
बेरोजगारों की पंगती में एक संख्या और बड़ जाती !
और कोई आप से पूछे आपका लाडला क्या कर रहा है !
तो आप बड़े गर्व से कह सकते है मेरे लड़का अभी पड़ रहा है !

अरे मेरे कुल के लाल तुझे कब समझ आएगी !
तेरे उमर के लड़को की शादी हो गयी है !
तेरी शादी हो जाती घर में बहु होती गोद में लड़का ,
तेरी जगह वो पड़ता !

पिताजी जब हम न पड़ेंगे न पास होंगे न आगे बढेंगे ,
न हमारा कोई रोजगार होगा और ना शादी होगी !
न बेटा इसलिये पिताजी उस बेटे की जगह इस बेटे को पढाये !
और वैसे भी देश की जनसँख्या एक अरब से ऊपर हो गयी है !
अतः जनसँख्या वृधि न होने में मुझे देश की मदद करने दो !
श्री अटल जो को देखिये अकेले ही अकेले आगे न पीछे ,
मुझे भी अटल जी की तरह रहने दीजिये !
देश की कुछ जिम्मेदारी मुझे भी उठाने दीजिये !
ये शादी का चक्कर छोड़ो ये फंदा मेरे गले मत डालिए !
मेरे गले को स्वतन्त्र रहने दीजिये !

पत्नी की परतंत्रता की बेडीयो में जकड़ने से मुझे बचे रहने दीजिये !
और आप भी अपने आप को दहेज़ लोभियों की सूचि में जाने से बचाए रखिये !
और माँ को सास के खलनायीका के रोल में जाने से बचाइए!
माँ को माँ रहने दीजिये !

बहु जलाने के मामले में फसने से माँ के साथ साथ ख़ुद भी बचे रहिये !
न सास होगी न बहु न ससुर न झगड़े होंगे !
और न रोज रोज के घर में लफड़े,
और न माँ बाप बहु बेटे के अलग अलग चुल्हे ,
माँ को आजीवन माँ ही रहने दीजिये !
पिताजी आप पिता ही रहिये और मुझे किसी के बाप की बजाये ,
आप का बेटा ही रहने दीजिये !
हम आजीवन साथ रहेंगे कभी न बिछडेँगे ,
अपने घर को बटवारे से बचाइए !

मेरी शादी की तरफ़ से बेफिक्र हो जाइये !
२५० ग्राम गरमा गरम मूंगफली ले जाइये !
माँ और आप घर पर साथ बैठकर खाना ,
और जब नींद आ जाए सो जाना !
जुलुस में बड़ा गरमा गर्म मसाला है बहुत मौज मस्ती ,
आपके गतिरोध की लाल झंडी हटाइए !
आपका जुलुस घर की तरफ ले जाइये ,
हमारे जुलुस को आगे बड़ने के लिए हरी झंडी दिखाइए !

No comments: