Thursday, November 20, 2008

हमें बस

दर्दे दिल की हमे बस दवा चाहिए ,ए खुदा तेरी बस दुआ चाहिए !!
मर्ज ऐसा है क्या करे बंया , उस के घर का बस हमें पता चाहिए !!

बेरुखी ही उसकी मार के गयी , उनकी हमें बस वफ़ा चाहिए !!
जो खो गया है बस मिलजाए हमें , ना और किसी से नफा चाहिए !!

यूँ जी न सकेंगे तन्हाइयो मै हम , उसकी मोहब्बत की हवा चाहिए !!
क्यों मिल रही है हम को तन्हाई की सजा , जो ना हुआ वो नामे गुनाह चाहिए !!

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